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योग दिवस : पीएम मोदी ने रांची में की समारोह की अगुवाई, भारत और दुनिया भर के लोगों ने किया योग

पांचवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर शुक्रवार को भारत के साथ ही दुनिया के कई देशों ने योग किया।

संयुक्त राष्ट्र की महासभा से लेकर भारतीय संसद के परिसर और बीजिंग से लेकर रांची तक प्राचीन स्वास्थ्य पद्धति को पसंद करने वाले हजारों लोगों ने “ओम” एवं “शांति” का जाप करते हुए सरल एवं कठिन ‘आसन’ किए। प्रधानमंत्री मोदी ने आज के समारोहों की अगुवाई की। कई वैश्विक राजधानियों और भारत के नगरों एवं गांवों में योग के कार्यक्रम आयोजित किए गए।

भारत में मुख्य कार्यक्रम झारखंड की राजधानी रांची में हुआ जहां प्रधानमंत्री ने प्रभात तारा मैदान में 40,000 लोगों के साथ कई ‘आसन’ किए।

मोदी ने लोगों से योग को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने की अपील करते हुए कहा, “हमें योग को शहरों, गांवों एवं आदिवासी इलाकों तक ले जाने के प्रयास करने चाहिए। योग धर्म, जाति, रंग, लिंग एवं क्षेत्र से ऊपर है, यह सबके ऊपर है।”

उन्होंने लोगों से कहा, “यह (योग) निरंतर है और सदियों से चलता चला आ रहा है। योग का भाव स्थिर एवं समान रहा है..स्वस्थ शरीर, स्थिर मन, अपनेपन का भाव। योग ज्ञान, कर्म एवं भक्ति का सटीक मिश्रण है।”

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मोदी के प्रस्ताव पर 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की स्वीकृति दी थी।

सामूहिक योगाभ्यास के नजारे देश के विभिन्न हिस्सों में खुले मैदानों, उद्यानों एवं सभागारों में देखने को मिले। अरूणाचल प्रदेश की दिगारु नदी के पानी में जहां आईटीबीपी के कर्मियों ने आसन किए वहीं हिमालय के बर्फीले हिस्से में बद्रीनाथ के पास वसुंधरा ग्लेशियर में भारतीय सेना के कर्मियों ने योगाभ्यास किया।

जालंधर में सेना की दो श्वान इकाई के सदस्यों ने डोगा (श्वान योग) किया। इसमें श्वानों ने सैन्यकर्मियों के साथ आसन किए।

अरुणाचल प्रदेश के लोहितपुर के सीमाई इलाकों में आईटीबीपी की पशु परिवहन इकाई ने अपने घोड़ों पर सवार होकर इसी तरह योग किया और इसे ‘होगा’ नाम दिया।

जहां मोदी ने रांची में समारोह की अगुवाई की वहीं उनके मंत्रियों ने देश भर में योग कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। गृह मंत्री अमित शाह ने रोहतक के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय राजधानी में राजपथ के हरे-भरे वातावरण में सैकड़ों लोगों के साथ योग किया, वहीं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में योग कार्यक्रम में शिरकत की।

गृहमंत्री अमित शाह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ रोहतक में योग किया और कहा कि यह मोदी के प्रयासों की वजह से मुमकिन हो पाया है कि विश्व न सिर्फ योग दिवस मना रहा है बल्कि इसे अपने रोजमर्रा का हिस्सा बना रहा है।

उन्होंने कार्यक्रम के बाद ट्वीट किया, “योग भारत के प्राचीन इतिहास और विविधता का प्रतीक है। यह विश्व को स्वस्थ जीवन की ओर जाने वाला मार्ग दिखा रहा है।”

गडकरी ने कहा कि योग भारत की प्राचीन संस्कृति और इतिहास का प्रतीक है और इसे विश्वभर में उत्साह के साथ किया जाता है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रवासी भारतीय केंद्र में मौजूद थे जहां विभिन्न दूतावासों के 60 राजदूतों के साथ ही राजनयिकों ने योगासन किए।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन परिसर में योग दिवस के कार्यक्रमों की अगुवाई की जहां नवनिर्वाचित सांसदों, केंद्रीय मंत्रियों एवं संसद के स्टाफ समेत करीब 400 लोगों ने योगासन किए।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के सभागार में योग दिवस कार्यक्रम में शिरकत की। वहीं, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ऐतिहासिक लाल किले में योग दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यहां सफेद वस्त्रों में मौजूद हजारों पुरुष एवं महिलाओं ने योगाभ्यास किया।

इस मौके पर कुछ सियासत भी दिखी।

बिहार में राज्यपाल लालजी टंडन ने भाजपा एवं जदयू नेताओं के साथ राजधानी पटना में रखे गए कार्यक्रमों में हिस्सा लिया लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी गैर मौजूदगी को लेकर चर्चा में रहे।

तिरुवनंतपुरम में भाजपा के महासचिव राम माधव ने कहा कि योग उन लोगों की मदद करेगा जिनकी “हरकतें बचकाना” हैं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर यह तंज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर कसा था जो बृहस्पतिवार को संसद में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के भाषण के दौरान लगातार अपने फोन को देखते हुए नजर आए थे।

माधव ने कहा कि स्कूल में बच्चे होते हैं और संसद में भी। इससे एक दिन पहले ही बृहस्पतिवार को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के संबोधन पर ध्यान न देकर विवाद खड़ा कर दिया था।

उत्तर प्रदेश की बात करें तो राज्यपाल राम नाइक एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की राजधानी लखनऊ में राजभवन में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

वहीं केरल में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राज्य भर में हुए योग दिवस कार्यक्रमों की अगुवाई की। राज्यपाल पी सदाशिवम ने यहां राजभवन में योग दिवस समारोह में हिस्सा लिया।

विजयन ने कहा कि योग का किसी धर्म से कोई वास्ता नहीं है और इसे सांप्रदायिकता का रंग देने की कोशिश की गई जो सही नहीं है।

साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार योग के प्रचार के लिए जरूरी कदम उठाएगी।

कोच्चि के दक्षिणी नौसैन्य कमान में भी योग दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने योग दिवस कार्यक्रमों में राज्य भर से करीब 1.5 करोड़ लोगों के शामिल होने पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि गुजरात सरकार लोगों के बीच योग को लोकप्रिय बनाने के लिए एक बोर्ड का गठन करेगी।

नगालैंड में राज्यपाल पी बी आचार्य ने वहां एक कार्यक्रम में अन्य प्रतिभागियों के साथ हिस्सा लिया।

वहीं हिमाचल प्रदेश में राज्य स्तर पर रखे गए योग दिवस कार्यक्रम के दौरान वहां एक बस दुर्घटना में मारे गए 44 लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।

पंजाब और हरियाणा के विभिन्न स्थानों पर बड़ी संख्या में लोगों ने योग दिवस मनाया।

हरियाणा में 80 स्थानों पर योग दिवस कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें पांच लाख लोगों ने हिस्सा लिया।

पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनोरे भी कार्यक्रम में शामिल हुए।

ओडिशा में भी पूरे उत्साह के साथ योग दिवस मनाया गया। राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने भुवनेश्वर के जनता मैदान में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने तीर्थ नगरी पुरी में “सूर्य नमस्कार” थीम के साथ एक खूबसूरत रेत कलाकृति बनाई।

सिक्किम के पालजोर स्टेडियम में सोनम लामा, लोकनाथ शर्मा, मिंगमा नोर्बू शेरपा, कर्मा लोदे भूटिया, सामदूप लेपचा और संजीत खरेल जैसे कई मंत्रियों, सिक्किम विधानसभा के सदस्यों, मुख्य सचिव ए.के.श्रीवास्तव, राज्यपाल गंगा प्रसाद एवं अन्य अधिकारियों ने योगाभ्यास किया।

कर्नाटक में स्कूलों, अन्य शैक्षणिक संस्थानों, रक्षा कर्मियों, एनसीसी कैडेट एवं नेताओं ने कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए अगुवाई की।

पूर्व प्रधानमंत्री एवं जद (एस) सुप्रीमो एच डी देवगौड़ा ने अपने आवास पर अपने योग कौशल का प्रदर्शन किया।

वहीं योग दिवस मनाने के लिए कश्मीर घाटी में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विभिन्न सरकारी विभागों, सेना, सीआरपीएफ और भाजपा की प्रदेश इकाई ने योग दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया।

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और योग गुरु बाबा रामदेव ने राज्य में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न आसन किए।

पोर्ट ब्लेयर में आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने अंडमान और निकोबार कमान के 500 से अधिक कर्मियों एवं परिवारों के योग सत्र की अगुवाई की। वहां योग दिवस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय नौसेना के ऐतिहासिक तैरते बंदरगाह पर किया गया।

इस दिन को मनाने के लिए पूरा विश्व भी साथ आया।

संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस बार योग दिवस अनोखे अंदाज में मनाया गया जहां ‘ओम’ और ‘शांति’ का उद्घोष सुनाई दिया। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों एवं राजनयिकों ने सैकड़ों अन्य के साथ यह दिन मनाया।

उपमहासचिव अमीना मोहम्मद ने विशाल जनसभा से कहा कि योग का सार संतुलन है, “न सिर्फ अपने भीतर बल्कि मानवता के साथ हमारे संबंध में भी।”

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतनिधि राजदूत सैयद अकबरूद्दीन ने ट्वीट कर कहा कि बाहर बारिश होने के चलते संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में नॉर्थ लॉन में प्रस्तावित कार्यक्रम को महासभा के सभागार में करना पड़ा।

चीन की राजधानी बीजिंग में भारत के राजदूत विक्रम मिस्त्री ने कार्यक्रमों की अगुवाई की जहां चीन में योग करने के इच्छुक लोगों ने शिरकत की।

ब्रिटेन में योग को पसंद करने वाले लोगों ने ऐतिहासिक डर्डल डोर पर एक सत्र रख यह दिन मनाया।

लंदन में भारतीय उच्चायोग का वार्षिक योग सत्र सेंट पॉल कैथेड्रल में आयोजित किया गया।

वहीं इजराइल के तेल अवीव के हताचाना परिसर में करीब 400 लोगों ने योगासन किये। इजराइल में भारत के राजदूत पवन कपूर ने सरकार से इसे कार्यक्रमों के वार्षिक कैलेंडर का हिस्सा बनाने पर विचार करने को कहा।

उधर, फ्रांस दूतावास के 80 से ज्यादा कर्मियों ने उसके परिसर में योग सत्र में हिस्सा लिया। देश के राजदूत ने कहा कि दूतावास इस प्राचीन अभ्यास का पालन करने के लिए अपने कर्मियों को अच्छा वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

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