जी 20 देशों ने आठ महीने में व्यापार में बाधा खड़ा करने वाले 20 नए कदम उठाए: डब्ल्यूटीओ
जी -20 समूह के देशों ने पिछले आठ महीनों (अक्टूबर 2018 से मार्च 2019) में व्यापार में बाधा डालने वाले 20 नए कदम उठाए हैं। इनमें उच्च सीमा – शुल्क और आयात पर प्रतिबंध समेत अन्य उपाय शामिल हैं। विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने अपनी एक रपट में यह बात कही।
जी 20 समूह में अर्जेंटीना , ऑस्ट्रेलिया , ब्राजील , कनाडा , चीन , फ्रांस , जर्मनी , भारत , जापान , रूस , ब्रिटेन और अमेरिका समेत अन्य देश शामिल हैं।
रिपोर्ट में कहा , ” संख्या के आधार पर , जी 20 अर्थव्यवस्थाओं ने मध्य अक्टूबर 2018 से मध्य मई 2019 के बीच शुल्क वृद्धि , आयात पर प्रतिबंध और निर्यात के लिए नई सीमा शुल्क प्रक्रियाएं समेत व्यापार में बाधा पहुंचाने वाले कुल 20 नए उपाय किए हैं। ”
डब्ल्यूटीओ ने अपनी 21 वीं निगरानी रपट 24 जून को जारी की। इसमें जी 20 समूह की ओर से किए गए व्यापार उपायों के बारे में बताया गया है। यह रपट जापान में आयोजित जी 20 शिखर बैठक से पहले जारी की गई।
व्यापार को बाधित करने वाले ये उपाय भारत समेत अन्य सदस्य देशों के निर्यात और आयात दोनों को प्रभावित करते हैं।
डब्ल्यूटीओ के महानिदेशक रॉबर्टो एजेवेदो ने कहा , ” यह बात पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए ” गंभीर चिंता का विषय ” होना चाहिए। ”
उन्होंने कहा , ” हम चाहते हैं कि व्यापार मोर्चे पर जारी तनाव को कम करने के लिए जी 20 नेतृत्वकर्ता की भूमिक निभाए। कारोबार को लेकर अपनी प्रतिबद्धता और नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रणाली को अनुसरण करे।”
रपट में कहा गया है कि व्यापार को आसान बनाने के लिए जी20 अर्थव्यवस्थाओं ने कुल 29 नए उपाय किए हैं। जिनमें आयात शुल्क को कम करना या हटाना , निर्यात शुल्क और निर्यात के लिए सीमा शुल्क प्रक्रियाओं को सरलीकरण बनाना शामिल है।