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राहत के संकेत, बसंतपुर में 3 फीट घटा जल स्तर, डीसी की अपील लोग न करें लापरवाही,अभी भी सतर्कता जरुरी

12 राहत केंद्रों में 750 बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित आश्रय- डीसी

27 गाँव प्रभावित, राहत व बचाव कार्य लगातार जारी

किसान क्षतिपूर्ति पोर्टल https://ekshatipurti.haryana.gov.in/ पर करें नुकसान की भरपाई के लिए आवेदन

अफवाहों पर ध्यान न दें, केवल आधिकारिक सूत्रों पर करें विश्वास

फरीदाबाद, 06 सितंबर

जिला फरीदाबाद में बीते 24 घंटों में हुई वर्षा से कुल 25 मिमी बारिश दर्ज की गई। जिले में फरीदाबाद 6 मिमी, बल्लभगढ़ 2 मिमी, मोहना 2 मिमी, दयालपुर 2 मिमी, बड़खल 2 मिमी, धौज 9 मिमी और गौच्छी में 2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। भारी वर्षा के चलते अब तक 27 गाँव प्रभावित हुए हैं। इसके साथ ही प्रशासन को राहत के संकेत भी मिलने लगे हैं। बसंतपुर क्षेत्र में जल स्तर लगभग 3 फीट नीचे आया है, जिससे स्थानीय नागरिकों को बड़ी राहत मिली है। हालांकि डीसी विक्रम सिंह ने लोगों से अलर्ट रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आपदा के समय थोड़ी सी भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे में सतर्कता बनायें रखें।

जिला में आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए ग्राम सचिव, सरपंच, पटवारी तथा बीडीपीओ स्तर के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। डीसी, एडीसी, एसडीएम सहित प्रशासन के उच्च अधिकारी मौके पर जाकर पल-पल की स्थिति का जायजा ले रहे हैं। इनमें से कुछ गाँवों को सबसे अधिक संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है, जिनमें बसंतपुर, किडावली, लालपुर, महावतपुर, राजपुर कलां व तिलोरी खादर, अमीपुर व चिरसी, मंझावली, चंदपुर, मोठुका, अरुआ, छांयसा और मोहना प्रमुख हैं। इन गाँवों में प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरतने, टीमें गठित करने और स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। ददसिया, जसाना, कांवरा में बारात घर को और राजपुर कलां में सामुदायिक भवन को सेफ होम चिन्हित किया गया है। वहीं तिगांव ब्लाक के गाँव अरुआ और मोठुका में शेल्टर होम स्थापित किये गये हैं। इन क्षेत्रों में प्रशासन ने विशेष निगरानी और त्वरित राहत कार्य की व्यवस्था की है।

किसान क्षतिपूर्ति पोर्टल https://ekshatipurti.haryana.gov.in/ पर करें नुकसान की भरपाई के लिए आवेदन
बाढ़ की मार से जिले में आवासीय और कृषि दोनों स्तरों पर नुकसान हुआ है। अब तक 270 मकान आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं। वहीं फसलें भी बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिनका आकलन किया जा रहा है। किसान क्षतिपूर्ति पोर्टल पर लिंक के माध्यम से
https://ekshatipurti.haryana.gov.in/ आवेदन कर सकते हैं। यह पोर्टल सरकार की ओर से 15 सितंबर तक खोला गया है। डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि किसानों को हर संभव प्रयास कर नुकसान की भरपाई कराईं जाएगी बशर्ते वह इसका पूरा विवरण पोर्टल पर आवेदन कर सरकार के साथ साझा करें।

12 राहत केंद्रों में 750 बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित आश्रय- डीसी

अब तक 750 लोगों को सुरक्षित स्थलों पर निकाला गया है। जिले में 12 राहत शिविर सक्रिय हैं, जिनमें फिलहाल 750 लोग ठहरे हुए हैं। प्रभावित को आवश्यकतानुसार राहत सामग्री वितरित की जा रही है।जिला प्रशासन और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की 2 टीम (12 सदस्य) मौके पर तैनात हैं। इनके साथ-साथ राज्य पुलिस, फायर विभाग और नावें लगातार राहत व बचाव कार्य में लगी हुई हैं। डीसी विक्रम सिंह ने कहा है कि अधिकारियों द्वारा हर पल-पल की फीडबैक ली जा रही है ताकि समय पर निर्णय लेकर प्रभावित क्षेत्रों तक राहत पहुँचाई जा सके। हेल्प सेंटर्स और रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी हैं और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

अफवाहों पर ध्यान न दें, केवल आधिकारिक सूत्रों पर करें विश्वास

नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों पर तुरंत संपर्क करें। जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि कोई भी प्रभावित परिवार राहत से वंचित नहीं रहेगा।

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