जोकोविच के इतिहास बनाने के रास्ते में नडाल, फेडरर की चुनौती
नोवाक जोकोविच फेंच ओपन में जीत के साथ टेनिस इतिहास में ऐसे दूसरे खिलाड़ी हो सकते है जिन्होंने दो बार सभी चारों ग्रैंडस्लैम खिताब को अपने नाम किया हो।
टूर्नामेंट में दिग्गज रोजर फेडरर की वापसी और राफेल नडाल के लय में आने से विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर काबिज जोकोविच का रास्ता इतना आसान नहीं होगा।
टूर्नामेंट के क्वालीफायर मुकाबले 20 मई से खेले जा रहे है जबकि मुख्य मुकाबले 26 मई से शुरू होंगे।
जोकोविच इससे पहले 2016 में चारों गैंडस्लैम खिताब जीत चुके है। उन्होंने 2018 में विम्बलडन और यूएस ओपन का खिताब जीतने के बाद इस साल जनवरी में अपना सातवां ऑस्ट्रेलियाई ओपन का खिताब जीता है।
जोकोविच ने अब तक 15 गैंडस्लैम खिताब जीते हैं जबकि इस मामले में फेडरर और नडाल क्रमश: 20 और 17 खिताब के साथ उनसे आगे है। इन दोनों खिलाड़ियों ने भी करियर स्लैम को पूरा किया है लेकिन एक साथ चारों बड़े खिताब एक बार में जीतने में सफल नहीं रहे हैं।
टेनिस के इतिहास में जोकोविच से पहले सिर्फ डान बुड्गे (1938) और राड लावेर (1962 और 1969) ही एक साथ चारों खिताब के विजेता रहे है।
सर्बिया के जोकोविच को पिछले सप्ताह इटैलियन ओपन में नडाल ने हराया था और स्पेन का यह खिलाड़ी रोलां गैरो में अपना 12वां खिताब जीतना चाहेगा। रिकार्ड 11वीं बार फ्रेंच ओपन जीतने वाले नडाल ने रविवार को नौवीं बार इटैलियन ओपन चैम्पियन बनकर लय में होने का संकेत दे दिया है।
फेडरर 2015 के बाद पहली बार इस टूर्नामेंट में खेलेंगे। अगर वह 37 साल की उम्र में इस खिताब को जीतते है तो फ्रेंच ओपन के सबसे उम्रदराज विजेता होंगे।
जोकोविच और फेडरर के अलावा विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज डोमनिक थिएम और छठे पायदान पर काबिज यूनान के स्टेफानोस सिटसिपास भी जीत के दावेदार होंगे। इस खेल के अगले बड़े खिलाड़ी के तौर पर देखे जा रहे जर्मनी के अलेक्जेंडर ज्वेरेव के प्रदर्शन पर भी सबकी निगाहें होगी।