37 वे अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में रामचंद्र के भजनों पर जमकर झूमे दर्शक
श्रीरामचंद्र के भजनों पर जमकर झूमे दर्शक
-मेले की सांस्कृतिक संध्या गुजरात की प्रसिद्ध गायक गीता रबाड़ी के नाम रही
-श्रीराम के भजनों से दर्शकों को किया सराबोर, भक्तिमय हुई चौपाल की शाम
सूरजकुंड (फरीदाबाद),15 फरवरी। 37वें सूरजकुंड अंतरराष्टï्रीय शिल्प मेले की गुरुवार की सांस्कृतिक संध्या गुजराती सिंगर गीता रबाड़ी के नाम रही। देश की प्रसिद्ध कलाकार गीता रबाड़ी ने सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ भगवान श्रीरामचंद्र के सुंदर भजन मेरी झोंपडी के भाग आज खुल जाएंगे राम आएंगे… की प्रस्तुति के साथ की। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक मधुर भजनों की प्रस्तुति देकर चौपाल की शाम को भक्तिमय कर दिया। गुजरात की प्रसिद्ध गायक गीता रबाड़ी ने राम आएंगे तो अंगना सजाउंगी दीप जलाकर दीवाली मनाऊंगी गाकर दर्शकों को त्रेता युग में ले गई। इसके बाद श्रीराम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में देख लो मेरे दिल की लकीरों में गाकर चौपाल का माहौल खुशनुमा कर दिया। वहीं रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम गाकर दर्शकों को उनके बचपन की याद दिलाई। इसके बाद चंदन है देश की मिट्टïी, खाटू धाम का नजारा बड़ा क्यूट सांवरे, खाटू श्याम वाले तेरे चरणों में आ गयो गाकर दर्शकों को भजनों से सराबोर किया।
सांस्कृतिक संध्या में शनि जाधव ने भी दी प्रस्तुति
गीता रबाड़ी से पूर्व शनि जाधव गणेश वंदना एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि से कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद मेरी चौखट पर चलकर आज चारों धाम आए हैं बजाओ ढोल स्वागत में मेरे प्रभु राम आए हैं को गाकर माहौल को राममय बना दिया। वहीं दमादम मस्त कलन्दर ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद बॉलीवुड गीत जरा दिल में जगह, जरा से अपना ले बना, जरा सी ख्वाबों में दे जगह, सजदे में यूं ही झुकता जैसे गीत गाकर दर्शकों को मदमस्त कर दिया।
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