कैलाश मानसरोवर श्रद्धालु में दूसरे दिन भी नेपाल में फंसे रहे
कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जा रहे करीब 175 श्रद्धालु नेपाल के हुमला जिले में दूसरे दिन भी फंसे रहे और खराब मौसम के कारण उड़ानों का परिचालन भी नहीं किया जा सका।
भारतीय दूतावास के प्रवक्ता रोशन लेपचा ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। मौसम साफ होते ही सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाल लिया जायेगा। दूतावास ने कल अनुमान लगाया था कि खराब मौसम के चलते हुमला के सिमिकोट में करीब 200 श्रद्धालु फंसे हुए हैं।पिछले तीन दिनों से केंद्रीय और पश्चिम नेपाल में भारी बारिश के चलते सभी नियमित घरेलु उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है।सूत्रों ने बताया कि सिमिकोट क्षेत्र में 500 पर्यटकों के लिए ठहरने और खानपान की सुविधा है। आपात स्थिति उत्पन्न होने पर भारतीय दूतावास फंसे हुए श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाल सकता है।पिछले महीने कैलाश मानसरोवर जाने वाले रास्ते पर नेपाल के विभिन्न स्थानों में 1500 से अधिक भारतीय फंस गए थे। इस घटना के चलते नेपाल के रास्ते कैलाश मानसरोवर की यात्रा करने वालों के लिए भारत सरकार ने पांच जुलाई को परामर्श जारी की थी। सिमिकोट और हिल्सा सिर्फ छोटे विमानों या हेलीकाप्टर के जरिये ही दुनिया से जुड़े हैं। इनके अलावा इन स्थानों तक आने-जाने का कोई अन्य माध्यम नहीं है। छोटे विमान और हेलीकाप्टर तभी संचालित हो सकते है जब मौसम एकदम साफ हो, क्योंकि यहां के मार्ग बेहद खतरनाक हैं।
दूतावास ने आपात स्थिति में कार्रवाई और निगरानी के लिए हिल्सा, सिमिकोट और हुमला में प्रतिनिधियों को तैनात किया है।