जापान के प्रधानमंत्री आबे ने स्कैंडल के बीच संविधान बदलाव का संकल्प जताया
प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने एक राजनीतिक स्कैंडल से विचलित हुए बगैर जापान के संविधान में संशोधन की अपनी विवादास्पद पहल पर आगे बढ़ने पर जोर दिया। घोटाले के कारण उनकी लोकप्रियता कम हुई है।
अपने एक समर्थक को कम दाम पर सरकारी जमीन बिक्री मामले में आबे विवादों में हैं और विपक्ष का आरोप है कि उनकी पत्नी आकी ने इसमें भूमिका निभाई होगी।
स्कैंडल तब और विद्रूप हो गया जब वित्त मंत्रालय के नौकरशाहों ने स्वीकार किया कि बिक्री के आधिकारिक दस्तावेजों में छेड़छाड़ की गई है, आबे और उनकी पत्नी तथा अन्य राजनीतिक हस्तियों का जिक्र हटाया गया है।
आबे ने सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी की वार्षिक बैठक में कहा, ‘‘ जो कुछ हुआ उसकी मैं गहन जांच कराऊंगा और पूरी तस्वीर पेश करूंगा।’’
आबे ने मामले में अपनी या अपनी पत्नी की संलिप्तता से इंकार किया है लेकिन प्रदर्शनकारियों ने देश भर में रैली की है।
वर्ष2012 के अंत में सत्ता में लौटने के बाद से उनकी रेटिंग सबसे निम्नतम स्तर पर पहुंच गई है।
लोकप्रियता घटने के बावजूद आबे ने पार्टी सदस्यों से कहा कि वह संविधान बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिसे अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध में हार के बाद देश पर थोपा था।

