पारंपरिक वेशभूषा में लोक कलाकार पर्यटकों का शिल्प मेला में कर रहे हैं अभिनंदन
-मुख्य व छोटी चौपाल पर कलाकार शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों को झूमने पर कर रहे हैं मजबूर
सूरजकुंड (फरीदाबाद), 11 फरवरी। गत 2 फरवरी से शुरू हुए 37वें सूरजकुंड अंतरराष्टï्रीय शिल्प मेला में पहुंच रहे पर्यटकों का पारंपरिक वेशभूषा से सुसज्जित लोक कलाकार एक ओर जहां मेला परिसर में निरंतर वाद्ययंत्रों की सुरीली धुनों से अभिनंदन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर दिनभर मुख्य चौपाल एवं छोटी चौपाल पर देशी व विदेशी कलाकार अपनी समृद्ध संस्कृतियों से ओतप्रोत शानदार प्रस्तुतियों से खूब मनोरंजन कर रहे हैं। पर्यटक भी इन कलाकारों के साथ झूम रहे हैं तथा लगातार कलाकारों का हौंसला बढा रहे हैं।
शिल्प मेला में हर कॉर्नर में बीन पार्टियां, डमरू पार्टियां, नगाडा पार्टियां, कच्ची घोडी के अलावा अन्य सांस्कृतिक मंडलियां अपने वाद्य यंत्रों से लगातार पर्यटकों का अभिवादन कर रहीं हैं। इन कलाकारों की धुनों पर लोकल पर्यटक ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटक भी भाषाओं के बंधनों को तोडकर खूब थिरक रहे हैं। मेला क्षेत्र में विनोदनाथ जैसी 12 बीन पार्टियां नागिन धुनों पर पर्यटकों को खूब नचा रहीं हैं। इस पार्टी में बीन, ढोल, तुम्बा, चिमटा आदि वाद्य यंत्र प्रयोग किए जा रहे हैं। इस पार्टी में विनोदनाथ के अलावा लक्ष्मण, बनवारी, पप्पू, सोनू, राजेंद्र, शंकर, सुंदर, रोहित आदि कलाकार सुबह से लेकर देर रात तक पर्यटकों का खूब मनोरंजन कर रहे हैं। हर आयु के पर्यटक इन कलाकारों की धुनों पर थिरकते नजर आ रहे हैं।
छोटी चौपाल पर दिनभर देशी व विदेशी कलाकार अपनी संस्कृतियों की झलक बिखेरते शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों से दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर रहे हैं। दर्शक भी झूमते हुए तालियों की गडग़ड़ाहट से कलाकारों का हौंसला बढ़ा रहे हैं। इस चौपाल पर आज हरियाणवी नृत्य के अलावा राजस्थानी, असम, महराष्टï्र व विभिन्न विदेशी कलाकारों की प्रस्तुतियों की धूम रही। हास्य कलाकार मोहन दलाल ने भी हरियाणा की जबरदस्त हाजिर जबाबी का परिचय देते हुए दर्शकों को खूब हंसाया।
इस चौपाल पर दीपक कुमार के नेतृत्व में लावण्य फाउंडेशन की टीम द्वारा हरियाणा में शादी-ब्याह के अवसर पर गाए जाने वाले गीतों, नव विवाहित दूल्हा-दुल्हन के संवाद को सुरों में पिरोकर गाए गीतों पर शानदार समूह नृत्य प्रस्तुत किया। इन कलाकारों ने हरियाणवी पारंपरिक वेशभूषा कुर्ता, दामण व चुंदडी में मनोहारी प्रस्तुति दी। इन कलाकारों ने छोटी से बनडी, फेरां पै चढगी तथा मेरे घूंघट न मत खोलिए मनै आवे शर्म हया गीतों पर नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। केन्या के कलाकारों ने अपने पारंपरिक लोक गायन व लोक गीतों से दर्शकों को भाव विभोर किया। इनके अलावा इस चौपाल पर सलीम हरियाणवी की टीम द्वारा शानदार हरियाणवी नृत्य, राजस्थान के रूप सिंह की टीम द्वारा चकरी नृत्य, पंजाब के रवि एवं टीम द्वारा देश दियां शान भंगडा पंजाब दा पर शानदार भंगडा प्रस्तुत किया। इनके अलावा अन्य प्रदेशों व देशों के कलाकारों ने भी अपनी शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।