सात्विक, चिराग की निगाह राष्ट्रमंडल खेलों में पदक और इतिहास रचने पर
बैडमिंटन में भारत के चोटी के एकल खिलाड़ियों से गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में काफी उम्मीदें की जा रही हैं लेकिन सात्विकसाइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की निगाहें इन खेलों के पुरूष युगल में देश का पदक का सूखा खत्म करके नया इतिहास रचने पर टिकी हैं।
सात्विक और चिराग ने हाल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन वे पोडियम पर पहुंचने में नाकाम रहे हैं।
सात्विक ने पीटीआई से कहा, ‘‘यह मेरे पिताजी का सपना था कि मैं राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लूं और इसलिए जब पता चला कि कि मुझे टीम में चुना गया है तो मैं बहुत खुश हुआ। यह प्रत्येक खिलाड़ी का सपना होता है और जिस तरह से हम पिछले छह महीने से खेल रहे हैं उसे देखते हुए हमें पदक जीतने का पूरा विश्वास है।’’
चिराग ने कहा, ‘‘कोई भी भारतीय पुरूष युगल जोड़ी अब तक राष्ट्रमंडल खेलों में पदक नहीं जीत पायी है। अगर आप पूल पर गौर करोगे तो मलेशिया और इंग्लैंड के ओलंपिक रजत और कांस्य पदक विजेता खेल रहे हैं लेकिन इसके बावजूद हम अच्छा प्रदर्शन करने के लिये प्रतिबद्ध हैं।’’

