संरा ने जल की वैश्विक समस्या से निपटने के लिए भारत के प्राकृतिक समाधान खोजने की सराहना
संयुक्त राष्ट्र ने अपनी एक रिपोर्ट में भारत में स्थानीय समुदायों द्वारा जल की उपलब्धता में सुधार लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की है।
इस रिपोर्ट में वैश्विक जल चुनौतियोंसे निपटने के लिए प्रकृति आधारित समाधानों को रेखांकित किया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र की‘ विश्व जल विकास रिपोर्ट2018’ ने अपनी एक रिपोर्ट में कहाहै कि वर्ष2050 तक करीब पांच अरब लोगों को पर्याप्तमात्रा में जल पाने में कठिनाई होगी। प्राकृतिक समाधान तेजी से महत्वपूर्ण बनते जा रहे हैं। इसमें चीन के वर्षा जल प्रयोग, भारत के जंगल उत्थान और यूक्रेन की कृत्रिम झीलों का उदाहरण दिया गया है।
ब्राजील में दुनिया के सबसे बड़े जल- संबंधी समारोह में यह रिपोर्ट जारी की गई।
यूनेस्को की प्रमुख एड्रो एजोल ने कहा, ‘‘ जनसंख्या वृद्धि और जलवायु परिवर्तन के कारण जल सुरक्षा को लेकर उत्पन्न हो रही चुनौतियों से निपटने के लिए हमें जल संसाधनों के प्रबंधन के लिए नए समाधानों को खोजने की आवश्यकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ अगर हमने कुछ नहीं किया तो वर्ष2050 तक करीब पांच अरब लोग ऐसे इलाकों में रहने को मजबूर होंगे जहां पानी बेहद मुश्किल से उपलब्ध होगा।’’

